पुलिस ने भाजयुमो महामंत्री निखिल सिंह प्रधान संजू सिंह राजावत समेत तीन लोगों को नामजद करते हुए 30-35 अज्ञात उत्पातियों के विरुद्ध सरकारी कार्य में बाधा डालने समेत संगीन धाराओं में दर्ज किया मुकदमा आधा दर्जन लोगों को शांति भंग में निरुद्ध कर भेजा जेल
युवा गौरव। हिमांशू दुबे
कानपूर देहात ब्यूरो। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व अन्य नेताओं के बार बार अनुशासन के पाठ पढ़ाने के बाद भाजपा नेता व कार्यकर्ताओं में कोई फर्क नही रहा है थाना क्षेत्र रुरा कई दिनों से भाजपा कार्यकर्ताओं की कार गुजारियों से चर्चा में है थाना क्षेत्र के अमौली व सिठमरा के बीच जे सी बी बाइक सवारों में ओवर टेक को लेकर हुए विवाद के बाद थाना परिसर में ही दोनों पक्षो में ह मारपीट हो गई जिसपर कड़ा रुख अख्तियार करते हुए पुलिस ने प्रधान संजू सिंह राजावत भाजयुमो के महामंत्री निखिल सिंह समेत तीन नामजद व 30 35 लोगो के विरूद्ध सरकारी कार्य मे बाधा डालने समेत गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आधा दर्जन लोगों के विरुद्ध शांति भंग की कार्यवाही की गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार को थाना क्षेत्र के अमौली सिठमरा गांव के बीच जहानाबाद जिला फतेहपुर निवासी आलोक कुमार जो भाजपा नेता चन्द्रभान सिंह भदौरिया उर्फ राजू की जे सी बी का चालक है जो काम कर रुरा वापस आ रहा था जिसके पीछे अक्षय त्रिपाठी किशन अग्निहोत्री डब्बू मिश्रा एक अन्य साथी के साथ बनीपारा बाड़ेश्वर से दर्शन कर वापस जा रहे थे कि तभी सिठमरा अमौली के बीच ओवर टेक को लेकर बात इतनी बढ़ी की दोनों पक्षों में वाद-विवाद के साथ मारपीट होने लगी
जिसकी सूचना प्रधान धर्मेंद्र सिंह उर्फ संजू ने पुलिस को दी जिसके बाद थाना पुलिस व डायल-100 के कर्मियों ने घेराबंदी कर शिब्बू मिश्रा व संजय दुबे दोनों युवकों को हिरासत में लेकर थाना ले आये और थाना कार्यलय में बैठा दिया जिसके बाद प्रधान धर्मेंद्र सिंह उर्फ संजू भाजपा नेता निखिल सिंह दर्जनों समर्थकों के साथ थाने का धमके और पुलिस हिरासत में बैठे शिब्बू मिश्रा व संजय दुबे से ग़ाली गलौज करते हुए मारपीट करने लगे।थाना परिसर में काफी देर तक हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा जिसके बाद विधायक अजीत पाल सिंह व सी ओ सदर अर्पित कपूर मौके पर पहुँचे और मामले का जायजा लिया।थानाध्यक्ष सैयद मोहम्मद अब्बास ने बताया कि कार्यालय प्रभारी पूरन की तहरीर पर प्रधान धर्मेंद्र सिंह संजू निखिल सिंह व भूरे तिवारी समेत लगभग तीन दर्जन लोगों के विरुद बलवा सरकारी कार्य मे बाधा डालने समेत गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आधा दर्जन लोगों को शांति भंग में निरुद्ध कर जेल भेजा जा रहा है।