युवा गौरव। सोनू शर्मा
कानपुर। भारतीय जनता पार्टी के नेता भी सत्ता में आने के बाद दबाव की राजनीति करने लगे हैं। अभद्र भाषा का प्रयोग करने के साथ ही कई जगह तो मारपीट पर भी उतारू रहते हैं। ताजा मामला अकबरपुर से भाजपा के सांसद देवेंद्र सिंह भोले का है। कानपुर देहात के अकबरपुर लोकसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर लगातार दूसरी बार सांसद चुने देवेंद्र सिंह भोले ने गुरुवार को एनएचएआई के परियोजना निदेशक से फोन पर अभद्र भाषा का प्रयोग किया। फोन पर वार्ता के दौरान उन्होंने परियोजना निदेशक को गाली भी दी। इसके साथ ही काम रुकवाने की धमकी दी। इसका ऑडियो वायरल हो गया है। कानपुर से प्रयागराज जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग को कानपुर देहात क्षेत्र में भी छह लेन किया जा रहा है। महराजपुर कस्बे के पास निर्माण कार्य करने रोकने के लिए सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने फोन किया। परियोजना निदेशक पुरषोत्तम लाल चौधरी ने कहा कि वह निर्माण नहीं रोकेंगे। सांसद ने कहा कि वह खुद ही मौके पर जाकर काम को रुकवा देंगे। उनकी इस बात का जब परियोजना निदेशक ने विरोध किया तो सांसद ने फोन पर ही गाली बक दी। परियोजना निदेशक का कहना है कि वह सांसद के विरुद्ध धमकी देने तथा गाली गलौज करने का मुकदमा दर्ज कराएंगे। अकबरपुर संसदीय सीट पर भाजपा नेता देवेंद्र सिंह भोले ने लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की है। भोले ने 2019 में बसपा प्रत्याशी निशा सचान को 2, 75, 142 वोट से पराजित किया। इससे पहले 2014 में उन्होंने 2, 78, 997 वोटों से जीत हासिल की थी। बसपा प्रत्याशी को छोड़कर बाकी सभी प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई। इसमें कांग्रेस प्रत्याशी राजाराम पाल भी हैं। 2014 लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र सिंह भोले ने 4, 81, 584 वोट हासिल किए थे। बसपा प्रत्याशी अनिल शुक्ल वारसी को 2, 02, 587 और कांग्र्रेस प्रत्याशी राजाराम पाल ने 96, 827 वोट हासिल किए थे।